अपनी संपत्ति के बारे में आवश्‍यक बातें जान लें।

प्रापर्टी या संपत्ति मूलत: दो प्रकार की होती है। 

1. अचल संपत्ति- ये वे संपत्ति कहलाती है जो एक स्‍थान से दूसरे स्‍थान तक नहीं जाती। जैसे- खेत, मकान, प्‍लॉट, दुकान, कारखाना इत्‍यादि।

2. चल संपत्ति- ऐसी संपत्ति जिसे एक जगह से दूसरी जगह बड़ी आसानी से ले जाया जा सकता है। जैसे- मोटर कार, टू-व्‍हीलर, थ्री व्‍हीलर, मोबाइल, लैपटॉप, गहने इत्‍यादि। 




यदि आपके पास कोई संपत्ति है तो उस पर मालिकाना हक दिखाने के लिए आपके आप निम्‍न दस्‍तावेज होने चाहिए। अगर आपके पास इनमें से कुछ भी कम है तो जल्‍द से जल्‍द उसको बनावा लीजिए। 

1. खाता संख्‍या- यह एक पहचान प्रमाण संख्‍या होती है जो जमीन के रिकॉर्ड पर उपलब्‍ध होती है। 

2. खतौनी- खतौनी में जमीन की रौपाई और अधिकारियों द्वारा खुदाई की जानकारी शामिल होती है। यह जमीन के मालिकाना हक को वैरिफाइड करने में मदद करता है। 

3. रजिस्‍ट्री डाक्‍यूमेंट्स- इसमें जमीन का पूर्ण स्‍वामित्‍व व मालिकाना हक होता है। जो कि प्रापर्टी के असली मालिक को प्रमाणित करता है। 

4. ट्रांसफर ऑर्डर- यह आमतौर पर प्रापर्टी खरीदने और बेचने में इस्‍तेमाल होता है, जब प्रापर्टी एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति के नाम पर की जाती है। 

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