भारत की शान ISRO

इसरो ने हाल ही में चन्‍द्रयान-3 लॉन्‍च किया है जो आने वाले कुछ दिनों में चन्‍द्रमा तक पहुंच जाएगा। आज के लेख में हम बात करेंगे इसरो के बारे में-

हम इसरो के बारे में बता रहे हैं- 

  • ISRO का पूरा नाम INDIAN SPACE RESEARCH ORGANISATION है। 






  • ISRO भारत का राष्‍ट्रीय अंतरिक्ष संस्‍थान है। इसका मुख्‍यालय बैंगलुरू में स्थित है।  लगभग 17 हजार लोग इसमें काम करते है। 

  • ISRO की स्‍थापना 15 अगस्‍त 1969 को की गई थी। तब इसका नाम अंतरिक्ष अनुसंधान के लिए भारतीय राष्‍ट्रीय समिति (INCOSPAR) था।

  • इसरो ने अपना पहला सैटेलाइट 19 अप्रैल 1975 को सोवियत संघ के सहयोग से छोड़ा था। इस सैटेलाइट का नाम आर्यभट्ट रखा गया था। 

  • 7 जून 1979 को भारत ने अपना दूसरा सैटेलाइट भास्‍कर छोड़ा। इसका वजन 442 KG था। पहली बार पृथ्‍वी की कक्षा में स्‍थापित किया गया। 

  • भारत में निर्मित पहला लॉन्‍च व्‍हीकल SLV-3 से रोहिणी उपग्रह छोड़ा गया। 2014 में GSAT-14 का GSLV-D5 लॉन्‍च किया। यह स्‍वदेशी क्रायोजेनिक इंजन था। 

  • 22 अक्‍टूबर 2008 को भारत ने चन्‍द्रयान-1 और 24 सितंबर 2014 को मंगलयान भेजा। भारत मंगल में एक ही बार में पहुंचने वाला पहला देश बना।

  • चन्‍द्रयान-2 22 जुलाई 2019 को लॉन्‍च हुआ था। जिसके 3 साल 11 महीने और 23 दिन बाद चन्‍द्रयान-3 की सक्‍सेसफुल लॉन्चिग की गयी। 


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